न्यूज नालंदा – डीएम के अचौक निरीक्षण में गायब मिले कर्मी, इनका कटा वेतन ….
सूरज की रिपोर्ट – 7903735887
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बुधवार को जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में 4 सिंगल विंडो ऑपरेटर बगैर किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए गए। सभी अनुपस्थित ऑपरेटर(अश्विनी कुमार सिंह, कुमार नीतीश, के के चतुर्वेदी एवं मोनिका कुमारी) से स्पष्टीकरण पूछते हुए एक दिन के वेतन कटौती का निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने सभी सर्विस काउंटर, मे आई हेल्प यू काउंटर, पैन कार्ड काउंटर, बैक एन्ड सर्विस एरिया आदि का बारी बारी से निरीक्षण किया।
विभिन्न सेवाओं के लिए वांछित दस्तावेज,ईमेल, ओ टी पी की आवश्यकता आदि से संबंधित सूचना का प्रदर्शन स्पष्ट रूप से “मे आई हेल्प यू” काउंटर के पास सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। आवेदन को लेकर किसी आवेदक की जानकारी में यदि कोई कमी हो, तो इसका निदान “मे आई हेल्प यू” काउंटर पर ही सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया ताकि मुख्य काउंटर पर आवेदन को तेजी से प्रोसेस किया जा सके एवं दूसरे आवेदकों को अनावश्यक रूप से प्रतीक्षा नहीं करनी पड़े।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित अभिभावकों से भी बातचीत कर कार्यप्रणाली के संबंध में फीडबैक लिया। मौके पर उपस्थित छात्रों से भी जिलाधिकारी ने एक अभिभावक के रूप में बातचीत की तथा कैरियर के प्रति सही निर्णय लेने के लिए उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को अपनी उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने डीआरसीसी के संसाधनों की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली तथा खराब हुए उपकरणों को तुरंत मरम्मत कराने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी कर्मियों को निर्धारित समय पर अपने अपने निर्धारित जगह पर उपस्थित रहने का स्पष्ट रूप से निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में अपनी जगह पर नहीं पाए जाने वाले कर्मियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
डीआरसीसी के माध्यम से युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम एवं मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
नालंदा जिला में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब तक 4338 छात्र/ छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया गया है। इसके तहत 123.25 करोड़ रुपए के ऋण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से अब तक 4115 छात्र/छात्राओं के लिए 56.54 करोड़ रुपए का भुगतान संबंधित संस्था को किया जा चुका है।
कुशल युवा कार्यक्रम के तहत अब तक जिला के 27163 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है तथा वर्तमान में 5405 युवा प्रशिक्षणरत हैं।
मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत अब तक 22881 युवाओं के बीच लगभग 30.08 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है, जो अनवरत जारी है।