न्यूज नालंदा – नालंदा हड्डी एवं रीढ़ अस्पताल में ऑस्टियोपोरोसिस दिवस पर हुई मरीजों की जांच…
नीरज – 7903735887
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस के अवसर पर शुक्रवार को मामू भगीना पहाड़ के समीप स्थित नालंदा हड्डी एवं रीढ़ सेंटर प्रा. लिमिटेड में बोन मिरल डेंसिटी टेस्ट का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों की जांच हुई। ऑस्टियोपोरोसिस चयापचय से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण हड्डियों के घनत्व में कमी हो जाती है और उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है।
जिसके परिणाम स्वरूप फ्रैक्चर होते है। इस घनत्व की कमी को जानने के लिए 40 साल की आयु के बाद हर किसी को बोन मिनरल डेंसित टेस्ट कराना चाहिए। क्योकि ऑस्टियोपोरोसिस एक साइलेंट डिजीज है। अधिकांश लोगों में फ्रैक्चर होने पर ही इस रोग का पता चलता है।
महिलाओ में यह रोग पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा होता है। संस्थान में हर महीने 20 तारीख को जांच की सुविधा प्रदान की जाती है। क्लिनिक संचालक डॉ. कुमार अमरदीप नारायण ने मरीजों की जांच कर उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस रोग के संबंध में जानकारी दी। करीब दो सौ मरीजों की जांच की गई। साथ ही अस्पताल कर्मियों के लिए ऑस्टियोपोरोसिस से संबंधित पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।