न्यूज नालंदा – डीएसपी का बड़ा खुलासा: माता-पिता नाबालिग बच्चों को देते थे चोरी का ट्रेनिंग, बंगाल से 6 गिरफ्तार…
राज – 7903735887
शातिर बदमाश आपराधिक घटना में बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ताकि उन पर किसी को संदेह न हो। इसका खुलासा रेल डीएसपी इमरान परवेज ने किया। लखीसराय-क्यूल रेल खंड पर गिरोह सक्रिय था। चोरी की मोबाइल के साथ गिरोह के दो विधि विरूद्ध किशोरों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में बच्चों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसके माता-पिता उन्हें चोरी का प्रशिक्षण देते हैं। जिससे वे लोग आसानी से रेल यात्रियों का सामान लेकर फरार हो जाते हैं।
डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि दो नाबालिंग बच्चों को चोरी मोबाइल के साथ हिरासत में लिया गया था। जब उससे पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि उसके माता पिता उसे पहले अपने साथ चोरी के लिए ट्रेंड करते हैं। ट्रेंड होने के बाद वह खुद उस धंधे में कूद जाता था।
मोबाइल झपट कर या चोरी करने के बाद मोबाइल को जमीन में छिपा देता था। ताकि अगर कोई पकड़ा गया तो पास में कुछ नहीं मिल सके। साथ ही ये शातिर बच्चे इतने फुर्तीले हैं कि चलती ट्रेन से कूद जाते थे। बच्चों के निशानदेही पर 3 महिला समेत 6 बदमाशों को 11 मोबाइल और 6450 रुपए के साथ पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से गिरफ्तार किया गया है।
कौन-कौन धराया
पश्चिम बंगाल के पूरालिया जिले के कालीटोला पकरीडील गांव निवासी राधेश्याम की पत्नी रेखा देवी, श्याम लाल सिंह की पत्नी सुनीता देवी, शंकर सिंह की पत्नी गायत्री देवी और बलरामपुर फटकरी गांव निवासी श्री मान सिंह का पुत्र नारायण सिंह है।
यात्रियों को नहीं होता संदेह
डीएसपी ने बताया कि बच्चा होने के कारण ट्रेन के यात्री को इन पर शक नहीं होता था। यह लोग जमालपुर से लखीसराय स्टेशन के बीच दिन से देर शाम तक मोबाइल और पर्स की चोरी किया करता था। जाते वक्त जमीन में छिपाकर रखे गए मोबाइल को अपने साथ घर ले कर चला जाता था । इसके बाद इसके परिजन चोरी के मोबाइल को किसी के हाथों बेच देता था ।
छापेमारी टीम में शामिल
छापेमारी टीम में पुलिस निरीक्षक थानाध्यक्ष, कामेश्वर चौधरी, सहायक अवर निरीक्षक लाला रजक, मोहम्मद इरशाद खान, हवलदार सीताराम प्रसाद,अजय कुमार ,पंकज कुमार मिश्रा , उपेंद्र प्रसाद ,रेशमी कुमारी मौजूद थी।