न्यूज नालंदा – जननायक कर्पूरी ठाकुर को मिलना चाहिए भारत रत्न – मुन्ना सिद्दीकी
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बिहारशरीफ नगर जिला जदयू कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया .इसको लेकर जदयू कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया. नगर अध्यक्ष जमील शाह ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने जाति विशेष से हटकर समाज के कल्याण के लिए काम किया। नि:स्वार्थ भाव से जीवन भर लोगों की सेवा के लिए समर्पित रहे और जननायक बने। आज उनके पदचिह्नों पर चलकर ही राज्य और देश का विकास संभव होगा। राज्य कार्यकारिणी सदस्य मुन्ना सिद्दीकी ने कहा कि स्व. ठाकुर अपने मुख्यमंत्रित्व काल में पिछड़ों के उत्थान के लिए तीन प्रतिशत आरक्षण दिया था। उस समय उन्हें गालियां तक सुननी पड़ी थी, लेकिन फिर भी वे गरीबों पिछड़ों के हक की लड़ाई लड़ते रहे। जननायक बेजुबानों की जुबान थे. उन्होंने दूसरों की भलाई ही पूरे जीवन की. उन्होंने कहा कि बिहार में कर्पूरी ठाकुर के मानस पुत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने अत्यंत पिछड़ों के साथ-साथ महादलित आयोग के जरिए अत्यंत दुर्बल वर्गों के आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त कर दिया है . आज किसी दल, व्यक्ति समूह में इतना दम नहीं है कि कर्पूरी फार्मूले का विरोध कर सकें. कार्यालय सचिव धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर सही मायने में जननायक थे. उनका कृतित्व ही उन्हें अमर बनाता है. जिनका सारा जीवन जननायक का था वैसा उदाहरण आज बिरले ही मिलेंगे. स्वतंत्रता आंदोलन से निकले जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के व्यक्तित्व में स्वतंत्रता सेनानी शिक्षक राजनेता सादगी के साधक का प्रतिबिंब हमेशा से ही दिखाई दिया. महिला अध्यक्ष फूल कुमारी ने कहा कि स्व. कर्पूरी ठाकुर ने अपने राजपाट में समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया. समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को उन्होंने जो आजादी देने का काम किया वह भारतीय राजनीतिक इतिहास में मिसाल बनकर उभरा. गोष्ठी के दौरान उपस्थित पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी के सदस्यों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए अपने-अपने विचार व्यक्त किये एवं श्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का मांग किया . मौके पर सियाशरण ठाकुर, बिपिन चंद्रवंशी, मखदूम कुंड सचिव अफताब आलम, धर्मेन्द्र कुमार, विधानसभा प्रभारी शंकर कुमार, कुमारी दिव्या,प्रो. परविन्द्र कुमार, महेश कुशवाहा, कुमार, मंगलम, डॉ प्रियदर्शी अशोक, मिथलेश ठाकुर, नियाज अहमद,अजय वर्मा, जवाहर गांधी, जकी अंसारी, शशिकांत कुमार टोनी, विनोद वर्मा , मेराजउद्दीन, कालेश्वर तांती, मो. रियाज, सत्यविजय,बबलू सिंह, राजेंद्र मेहता, कैसर आलम, संजय सिन्हा सहित दर्जनों कार्यकर्त्ता मौजूद थे.