न्यूज नालंदा -हक के लिए आरपार की लड़ाई के मुड में नियोजित शिक्षक….
राज की रिपोर्ट – 9334160742
हक के लिए आरपार की लड़ाई के मुड में नियोजित शिक्षक, करने जा रहे ये काम..
नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की आह से सत्तासीन नीतीश सरकार का जाना तय है। उक्त बातें नवनियुक्त माध्यमिक /उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गणेश शंकर पांडेय ने हिलसा अनुमंडल की संघीय बैठक को संबोधित करते हुए प्लस टू उच्च विद्यालय अस्ता शनिवार को कही। उन्होंने कहा कि 17 फरवरी से प्रस्तावित आंदोलन को सफलीभूत करने के वास्ते सूबे के नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को अपनी-अपनी हिस्से की लड़ाई में भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। तभी सरकार की कुंभकर्णी निंद्रा भंग होगी और हमसभी का वाजिब हक मिलेगा। संगठन सचिव डॉ विश्वनाथ प्रसाद ने कहा कि सत्तासीन नीतीश सरकार नियोजित शिक्षकों की 17 फरवरी से होने वाले हड़ताल को लेकर डरी हुई है ।जिला सचिव राणा रंजीत कुमार ने कहा कि वाकई यह चुनावी वर्ष है और हम नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों का शोषण राज्य सरकार वर्षों से करती आ रही है और समय रहते 17 फरवरी से बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं करते हैं तो यह अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मारने के जैसा है सरकार केवल आंदोलन की भाषा ही समझती है और अब तक जो मिला है वह संघर्ष का ही परिणाम है और आगे जो सरकार उच्च न्यायालय के निर्णय के विरोध में सर्वोच्च न्यायालय जा सकती है वह आंदोलन से ही हमारी बातों को सुनेगी इसलिए सभी शिक्षक एकजुट होकर 17 फरवरी के आंदोलन में शामिल हो ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए नवनियुक्त माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ हिलसा अनुमंडल के उप संयोजक सत्यानंद ने जिले के तमाम नियोजित शिक्षक एवं पुस्तकालय अध्यक्षो से अपील कर कहा कि हम सभी राज्य सरकार के दमन शोषण आदि नीतियों का शिकार है समय रहते हमें एकजुट होकर 17 फरवरी से होने वाले हड़ताल आंदोलन में शामिल होना अति आवश्यक है। बैठक को संबोधित करते हुए परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष विनोद चौधरी ने कहा कि आंदोलन सरकार की देन है | राज्य सरकार शीघ्र शिक्षा शिक्षक और शिक्षार्थी हित में हड़ताल रूपी आंदोलन को घोषणा व वार्ता कर शीघ्र समाप्त कराएं।
बैठक को थरथरी प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार ,संजीत कुमार, सुबोध पासवान, दीपेश कुमार अरविंद कुमार सिंह ,उपेंद्र कुमार जितेंद्र कुमार ,रश्मि कुमारी रेखा कुमारी लक्ष्मी कुमारी आदि शिक्षकों ने भी संबोधित किया।