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पावापुरी थाना इलाके में शुक्रवार को परिवार के पांच सदस्यों ने जहर खा लिया। जिससे पत्नी-पुत्र व दो बेटियों की मौत हो गई। जबकि, कपड़ा दुकानदार धर्मेंद्र कुमार की हालत गंभीर बनी है। बेहतर इलाज के लिए उन्हें विम्स से पटना रेफर कर दिया गया है। घटना ने जिले के नागरिकों को झकझोर दिया। दुकानदार ने प्रतिमाह 10 प्रतिशत की ब्याज पर 5 लाख कर्ज लिया था।
प्रत्येक माह पचास हजार वे ब्याज दे रहे थे। कुछ माह से वह सूद नहीं दे पा रहे थे। इस कारण देनदार परिवार को प्रताड़ित कर रहा था। उक्त कांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ग्रामीणों की मानेंे तो देनदारों की नजर बेटियों की आबरू पर थीं। बदसलूकी किए जाने से परेशान हो परिवार ने जहर खाया।
मृतकों में धर्मेंद्र कुमार की 38 वर्षीया पत्नी सोनी कुमारी, 14 साल की बेटी दीपा, 16 साल की अरिका और 15 साल का पुत्र शिवम कुमार। धर्मेंद्र का पैतृक गांव शेखपुरा जिला के परनकामा गांव है।
शनिवार को एसपी भारत सोनी जांच को घटनास्थल पर जांच को पहुंचे। एसपी ने बताया कि घटना की जांच के लिए राजगीर डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। घरेलू कलह व कर्ज में जहर खाने की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
छोटे बेटे ने नहीं खाया सल्फास
परिवार का सबसे छोटा बेटा 7 साल का सत्यम कुमार सुरक्षित बच गया। सत्यम ने बताया कि उसके पिता धर्मेंद्र कुमार ने ही घर के सभी सदस्यों को सल्फास की गोलियां दी थीं। मृतका सोनी देवी ने अस्पताल में आखिरी वक्त में बताया कि कुछ लोग जिनमें अजय कुमार और धर्मेंद्र कुमार नामक व्यक्ति शामिल हैं लगातार पैसे मांगकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।’रामू’ नामक एक युवक का नाम भी सामने आ रहा है, जो अक्सर धमकी देता था।
घटना ने नागरिकों को झकझोरा
परिवार के चार सदस्यों की मौत ने जिले के नागरिकों को झकझोर दिया है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि अब भी सूदखोर गरीबों का खून चूस रहे हैं।

