न्यूज नालंदा – बच्चों से जुड़े पोक्सो एवं जुवेनाइल एक्ट पर सेमिनार आयोजित ….
सिटी डेस्क – 7903735887
टाउन हॉल में पटना उच्च न्यायालय के निर्देश पर जुवेनाइल-पॉक्सो कानून के प्रति लोगों को जागरूक करने उद्देश्य से संवेदीकरण सह जागरूकता एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया । सेमिनार का उद्घाटन जिला जज रमेश चंद्र द्विवेदी द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया । सेमिनार में सिविल कोर्ट के पदाधिकारी, डीएम-एसपी, सिविल सर्जन, डीईओ, डीएसपी समेत सभी थाना के बाल कल्याण पदाधिकारी व थानाध्यक्ष ,जेल अधीक्षक, बाल पर्यवेक्षण गृह के अधीक्षक, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष-सचिव, जिला अभियोजन पदाधिकारी शामिल हुए ।सेमिनार में जिला जज रमेशचंद्र द्विवेदी ने कहा कि कभी-कभी हमारी संवेदनहीनता के कारण बच्चे जेल चले जाते हैं। और, वे कुख्यात एवं दुर्दांत अपराधियों के बीच रहने को विवश हो जाते हैं। समाज एवं पुलिस पदाधिकारी का कर्तव्य है कि हम बच्चों को अपराध में कूदने से रोकें।
किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र ने कहा उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार इस सेमिनार का आयोजन किया गया है । सेमिनार में शामिल सभी अधिकारियों को बाल कानून के बारे में बताया गया । ताकि यदि कोई किशोर एक बार गलती कर कोई अपराध कर ले तो वह उस ओर मुड़े नहीं बल्कि सामान्य जीवन की ओर अग्रसरित हो और एक सभ्य नागरिक बन सके इस पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है ।
डीएम योगेन्द्र सिंह ने कहा कि सर्वे में पाया गया है कि महिलाओं में शादी की उम्र औसतन 15 वर्ष के करीब है, जो कहीं न कहीं बच्चों के प्रति हमारी मन में यौन अपराध के प्रति भय है। कम उम्र में शादी होने के बाद महिलाएं अस्वस्थ रहा करती हैं। और, यही कारण है कि वह परिवार का आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो जाती है। अपराध के प्रति गंभीरता एवं संवेदनशीलता लाकर रोकने की जरूरत है।
एसपी नीलेश कुमार ने पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को एक अपराधी की नजरिए से नहीं देखना है। हमें उन्हें सुधारने को लेकर सतत प्रयत्नशील रहना है | ताकि कोई भी किशोर अपराध की दुनिया में न चला जाए |