November 15, 2024

न्यूज नालंदा – कोयले की बढ़ी कीमत ने ईंट निर्माता की तोड़ी कमर – कुणाल

0

राज – 7903735887 

कोयले की बढ़ती कीमत व लगातार बढ़ती महंगाई व प्रदूषण की समस्या ने ईंट उद्योग की कमर तोड़ दी है। इससे निपटने के लिए ईंट निर्माता संघ हर जिले में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। बिहारशरीफ के मंगलास्थान स्थित एक सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दिल्ली से आये ईं. सोनल व उनकी टीम ने खर्च कम करने के उपाय बताए।

कार्यक्रम में नालंदा के अलावा नवादा, जमुई, पटना, गया, जहानाबाद, बेगूसराय, लखीसराय, भोजपुर समेत कई जिले के ईंट निर्माताओं ने हिस्सा लिया। इन्होंने सरकार द्वारा जीएसटी बढ़ाये जाने पर भी नाराजगी जतायी। इसके लिए संघ आठ मार्च को दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन करेगा। इसमें बिहार से भी काफी संख्या में ईंट निर्माता हिस्सा लेंगे।

 

संघ के जिलाध्यक्ष कुणाल रंजन ने कहा कि पिछले तीन महीनों में कोयले की कीमतों में करीब तीन गुणा वृद्धि हो गयी है। इससे ईंट निर्माण की लागत भी काफी बढ़ गयी है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोयले के इस्तेमाल की जानकारी दी। कब कितनी मात्रा में कोयला भट्ठे में झोंकना है, इसके बारे में बताया गया। इससे कोयले की खपत में काफी लाने के साथ ही प्रदूषण की मात्रा भी कम की जा सकती है। प्रदेश अध्यक्ष मुरारी कुमार मन्नू ने कहा कि सरकारी योजनाओं में लाल ईंट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी गयी है। फ्लाई ऐश ईंट, पेवर ब्लॉक आदि का इस्तेमाल हो रहा है। इससे लाल ईंट उद्योग संकट में पड़ गया है। ईंट निर्माता व मजदूर बेरोजगारी की कगार पर पहुंच गये हैं। उपर से बढ़ती महंगाई ने रही-सही कसर पूरी कर दी है। अभी बाजार में एक नंबर ईंट सात हजार रुपये प्रति हजार मिल रहे हैं। कोयले की बढ़ी कीमत के कारण जल्द ही लाल ईंटों की कीमत में वृद्धि हो सकती है। कार्यक्रम में प्रदेश महासचिव संजय कुमार, संजीव कुमार, जिला सचिव संतोश कुमार, कोषाध्यक्ष सुधीर खन्ना, उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र पासवान, शेखपुरा जिला अध्यक्ष प्रसून कुमार भल्ला आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copy Not Allowed