न्यूज नालंदा – भ्रष्ट इंजीनियर के ठिकानों पर छापेमारी , एक भूल ने कर दिया सब कबाड़ा
बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ पिछले कुछ महीनों से स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम एक्शन में है | ऐसे अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर कालेधन का खुलासा कर रही है | इसी कड़ी में टीम के सदस्य ने शुक्रवार को बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह के दो ठिकानों पर छापेमारी की गई | अरुण कुमार सिंह पिछले चार साल से राजगीर में तैनात हैं | जबकि उनका पैतृक घर देवघर है |
विशेष निगरानी विभाग द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार इनके खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज कर न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद आज इनके ठिकानों पर छापेमारी की गयी | विशेष निगरानी विभाग के एडीजी नैयर हसनैन खान के ने छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि अरुण कुमार सिंह के राजगीर स्थित आवास और पैतृक घर देवघर में छापेमारी चल रही है | उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति प्राप्त होने की सूचना विशेष निगरानी विभाग को प्राप्त हुई थी | इसके बाद टीम गठित कर आज कार्रवाई की जा रही है | सूत्रों की माने तो ढाई लाख नगद, साथ-साथ लाखों रुपए की ज्वेलरी बरामद हुई है। साथ ही कई जमीन के डीड मिले हैं। हालांकि अब तक वहां से जब्ती के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पायी है |
देवघर में परिवार के लिए बनवाया है दो करोड़ का घर
अरुण कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के लखीसराय जिले के रहने वाले हैं। लेकिन उनका पूरा परिवार झारखंड के देवघर में रहता है। जहां अपने परिवार के लिए आलीशान कोठी का निर्माण करवाया है। बताया जा रहा है इस कोठी के निर्माण में आंखू मूंदकर पैसा खर्ज किया गया. जो लगभग दो करोड़ के आसपास है।
बेटी की शादी ने फंसा दिया
बताया गया कि कुछ समय पहले अरुण कुमार सिंह ने देवघर स्थित आवास से अपनी बेटी की शादी की। इस दौरान शादी पर खूब पैसा खर्च किया। लेकिन, बेटी की शादी में वैभव का प्रदर्शन कार्यपालक अभियंता के लिए मुसीबत बन गई। इसके बाद वे सबकी नजरों में चढ़ गए। जिसके बाद उनकी संपत्ति की जांच शुरू हो गई तो कई मामले सामने लगे।