न्यूज नालंदा – फर्जी आईपीएस निकला नालंदा का ‘नटवर’, करोड़ों पर किया हाथ साफ…
राज – 7903735887
नगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को कागजी मोहल्ला में छापेमारी कर, एक युवक को गिरफ्तार किया। जांच के बाद चौंकाने वाला मामला सामने आया। पकड़ा गया युवक फर्जी आईपीएस बन बेरोजगार युवक-युवतियों को करोड़ों का चूना लगा चुका था। शातिर के ठगी के तरीके ने उसे नालंदा का नटवर बना दिया। गिरफ्तार ठग दीपनगर थाना क्षेत्र के कोरई गांव निवासी राजकुमार चौधरी का पुत्र सुजीत कुमार है। कागजी मोहल्ला निवासी एक पीड़िता ने बदमाश पर केस दर्ज कराया। ठग के पकड़े जाने की सूचना के बाद दर्जनों पीड़ित थाना पहुंचे। अनुमान के मुताबिक बदमाश ने करोड़ों रुपए की ठगी की है। पुलिस ठग का बैंक खाता खंगाल रही है।विधानसभा, रेलवे व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी का झांसा दे, बेरोजगार युवक और युवतियों काे चूना लगाया गया। कार्रवाई सदर डीएसपी के नेतृत्व में हुई। टीम में नगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा श्रीमंत कुमार सुमन समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मी शामिल थे।
मिली वर्दी और प्लास्टिक पिस्टल
बदमाश बेना में बालेश्वर साव के मकान के एक फ्लैट किराया पर लिए था। जहां से पुलिस ने खाकी वर्दी, सुजीत कुमार डीईपी एआईजी लिखा नेम प्लेट, एक क्रॉस बेल्ट, एक प्लास्टिक पिस्टल रखा होस्ट, आईपीएस लिखा पीकेप, दानापुर रेलवे डिविजन लिखा आईपीएस का पहचान-पत्र, बदमाश की आईपीएस की वर्दी में तस्वीर समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ।
ज्वाइनिंग देने आया था ठग
सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी ने बताया कि बदमाश ने कागजी मोहल्ला निवासी युवती को नौकरी दिलाने का झांसा दे, उससे 5.90 लाख रुपया लिया। इसी तरह उसके मामा से 5.5 लाख रुपया लिया। किसी की नौकरी नहीं लगी। तो सभी को संदेह हुआ। लोग रुपए मांग रहे थे। बदमाश शुक्रवार को युवती के मामा को रेलवे का फर्जी ज्वानिंग लेटर देने आया। उसी दौरान लोगों ने उसे पकड़ लिया। जिसके बाद अन्य पीड़ित भी आ गए और हंगामा होने लगा। सूचना के बाद पुलिस ने बदमाश को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया। शातिर खुद को एसपी बता, लोगों से ठगी कर रहा था। एसपी की वर्दी पहने फोटा लोगों को दिखाता था। इसके अलावा कार्यालय, गाड़ी, बंगला और वरीय पदाधिकारियों के साथ कंप्यूटर से फोटो बना बेरोजगारों को झांसे में ले रहा था।
रहें अलर्ट
डीएसपी व थानाध्यक्ष ने बेरोजगारों को अलर्ट करते हुए अपील किया कि नौकरी पढ़ाई करने से मिलती है, न कि घूस देकर। सुजीत जैसे जालसाजों से लोगों को बचने की जरूरत है। वरीय अधिकारी के साथ बदमाश अपना फोटो दिखाकर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं।