न्यूज नालंदा – जजों के प्रयास से अलीगढ़ जेल से रिहा हुईं नालंदा की बेटी, जानें मजबूर महिला की दास्तां….
राज – 7903735887
देश में कोरोना से हाहाकार मचा है। देश मे सभी न्यायालय कोरोना संक्रमण को लेकर बंद हैं। ऐसे में जज की मानवीय पहल ने एक महिला बंदी को जेल से रिहा कराने में अहम सराहनीय भूमिका निभाई। कोर्ट बंदी के हालत में न्यायिक कार्य करते हुए महिला को जमानत देते हुए उसके पति रवि रंजन व पिता दुर्गेश प्रसाद से मिलवाया। अलीगढ़ जेल से नालंदा की बेटी को रिहा कराया। दो साल पहले महिला विक्षिप्त हो परिवार से बिछड़कर अलीगढ़ पहुंच गयी थी। वहीं जेल में रहते हुए महिला ने बेटे को जन्म दिया।
इस मामले में नालंदा व्यवहार न्यायालय के किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव आदित्य पांडेय ने अहम भूमिका निभाई। अलीगढ़ के तत्कालीन सचिव एसडीएम दीपक कुमार व वर्तमान सचिव महेंद्र कुमार ने महिला की रिहाई में सहयोग किया।
थरथरी की है महिला
थरथरी थाना क्षेत्र क्षेत्र के अस्था गांव की पुष्पलता दो साल से लापता थी। विक्षिप्त अवस्था में घर से निकली और वह अलीगढ़ पहुंच गई। वहां उसे अपहरण व चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। हालांकि, जेल में मैनुअल के अनुसार उसका इलाज हुआ और वह स्वस्थ हो गई। इसी दौरान, विक्षिप्त अवस्था में ही उसने एक बेटे को जन्म दिया। उसकी देखरेख वहां की बाल कल्याण समिति ने की। गिरफ्तारी के वक्त वह महिला गर्भवती थी।