न्यूज नालंदा – वैश्विक शिक्षा का केंद्र बना नालन्दा विश्वविद्यालय: प्रधानमंत्री
राज – 7903735887
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राजगीर पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने प्राचीन नालन्दा विश्वविद्यालय के भग्नावशेषों का भ्रमण किया। इसके उपरांत राजगीर में नालन्दा विश्वविद्यालय के नए भवन का उद्घटान।
इस मौके पर पीएम ने कहा कि तीसरे कार्यकाल की शपथ लेने के कुछ ही दिनों बाद नालंदा आने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। यह स्वर्णिम युग की शुरुआत है। मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालन्दा विश्वविद्यालय शिक्षा का वैश्विक केंद्र बना चुका है।
नालन्दा एक पहचान है
पीएम ने कहा कि नालंदा केवल एक नाम नहीं है। नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है। नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा इस सत्य का उदघोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं। हम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था। शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है। शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है। प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था। हर देश हर वर्ग के युवा हैं यहां पर।
प्राचीन व्यवस्था को देनी है मजबूती
नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है और मुझे ये देख कर खुशी है कि दुनिया के कई देशों से आज यहां कई विद्यार्थी आने लगे हैं।
नया कैम्पस भारत का सामर्थ्य
ये नया कैंपस विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा। नालंदा बताएगा, जो राष्ट्र, मजबूत मानवीय मूल्यों पर खड़े होते हैं। वो राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके बेहतर भविष्य की नींव रखना जानते हैं। नालंदा केवल भारत के ही अतीत का पुनर्जागरण नहीं है। इसमें विश्व के, एशिया के कितने ही देशों की विरासत जुड़ी हुई है।
साथी देशों का अभिनंदन
नालंदा यूनिवर्सिटी के पुनर्निर्माण में हमारे साथी देशों की भागीदारी भी रही है। मैं इस अवसर पर भारत के सभी मित्र देशों का अभिनंदन करता हूं। प्राचीन नालंदा में बच्चों का नामांकन उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देखकर नहीं होता था। हर देश, हर वर्ग के युवा यहाँ आते थे। 20 से ज्यादा देशों के छात्र यहां पढ़ाई कर रहे हैं। ये वसुधैव कुटुंबकम की भावना का कितना सुंदर प्रतीक है।
वैश्विक उत्सव बना योग
आज भारत में योग की सैकड़ों विधाएँ मौजूद हैं। हमारे ऋषियों ने कितना गहन शोध इसके लिए किया होगा! लेकिन, किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया। आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है, योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है। हम प्रगति और पर्यावरण को एक साथ लेकर चले हैं। आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है। भारत के युवाओं पर है। हमारे युवा आने वाले समय में पूरे विश्व को नेतृत्व देंगे।
मौके पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री पवित्रा मार्ग्रेट, सीएम नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, मंत्री श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, नालंदा विवि के चांसलर डॉ. अरविंद पनगढ़िया, कुलपति डॉ. अभय कुमार सिंह व अन्य मौजूद थे।