न्यूज नालंदा – अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पखवाड़ा समारोह का पटना में हुआ आयोजन
सूरज कुमार – 7903735887
भारतीय भाषा अभियान बिहार अंतरराष्ट्रीय दिवस पखवाड़ा समारोह का आयोजन पटना उच्च न्यायालय के डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के सभागार में वृहस्पतिवार को मनाया गया। जनता को न्याय जनता की मातृभाषा हिंदी में। समारोह की अध्यक्षता अधिवक्ता संघ के समन्वय समिति के अध्यक्ष योगेंद्र चंद्र वर्मा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि पटना उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता एवं बिहार स्टेट बार कौंसिल के अध्यक्ष रमाकांत शर्मा के द्वारा किया गया। इस मौके पर बार काउंसिल के अध्यक्ष ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने अंग्रेजी भाषा को मात्र 15 वर्षों के लिए ही भारत में जारी रखने की सहमति दिया था और इस बीच अंग्रेजी की जगह भारतीय भाषाओं को लेना था। लेकिन दुर्भाग्य से आजादी के 75 वर्षों के बाद भी स्थिति नहीं बदली है। भारतीय भाषा अभियान बिहार के प्रदेश संयोजक परमानंद प्रसाद अधिवक्ता ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 148 खंड 1 के अनुसार उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय की भाषा अंग्रेजी होगी लेकिन अनुच्छेद 148 खंड 2 के अनुसार राज्यपाल राष्ट्रपति के पूर्व अनुमति के आधार पर उच्च न्यायालय की भाषा उस राज्य की राजभाषा को बना सकता है सर्वोच्च न्यायालय की कार्यवाही की भाषा हिंदी हो सकती है जब संसद इसके लिए बिल पास करें।
जनता को न्याय जनता की भाषा में मिले इसके लिए संविधान के अनुच्छेद 148 में संशोधन आवश्यक है | पटना उच्च न्यायालय के अस्थायी सलाहकार इंद्रदेव प्रसाद ने कहा कि उच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय की भाषा हिंदी या अन्य राज्य के राज्य भाषा ही होनी चाहिए ताकि देश की जनता जो अंग्रेजी नहीं जानते हैं उन्हें न्यायालय की प्रक्रिया एवं आदेश दिया निर्णय समाज के मंच का संचालन राजेश कुमार ने किया सरस्वती वंदना एवं राष्ट्रगान सिकासी परमार द्वारा किया गया | विषय प्रवेश डॉ अजीत कुमार पाठक ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन भारतीय भाषा अभियान बिहार के प्रदेश संयोजक परमानंद प्रसाद अधिवक्ता पटना उच्च न्यायालय के द्वारा किया गया।