न्यूज नालंदा – कोरोना वायरस से निपटने की बनी योजना , जाने क्या कर रहा है स्वास्थ्य विभाग…..
राज की रिपोर्ट ( 9334160742 )
बिहारशरीफ सदर अस्पताल के सभागार में शनिवार को टीबी के मरीजों को खोजने एवं आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने को लेकर शहरी क्षेत्र के आशा कार्यकर्ता एवं महिला आरोग्य समिति के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. राकेश कुमार ने बताया कि टीबी एक गंभीर बिमारी है। क्योंकि यह शरीर के जिस हिस्से में होती है, सही समय पर इलाज न हो तो उसे बेकार कर देती है। उन्होंने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है।
इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफडों पर होता है। फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी, गले आदि में भी टीबी हो सकती है। इसलिए टीबी के आसार नजर आने पर जांच करानी चाहिए। कुछ इलाकों में अभी भी कई ऐसे लोग हैं जिनको टीबी का लक्षण है लेकिन जागरूकता के आभाव में इलाज नहीं करा पाते हैं। ऐसे मरीजों को चिन्हीत कर इलाज कराना आप लोगों की जिम्मेदारी है। इसके एवज में मरीज खोजने वालों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि खांसी आना, पसीना आना, दो सप्ताह से अधिक समय तक बुखार रहना, थकावट होना, वजन घटना आदि टीबी के लक्षण हैं।
प्रशिक्षण के दौरान उन्होनें कोरोना वायरस के प्रति सतर्क रहने एवं लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की अपील की। साथ ही उन्होनें कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस वायरस को लेकर पहले से अलर्ट है | खास कर नालंदा और राजगीर जैसे पर्यटक स्थलों पर जहाँ विदेशी सैलानी आते हैं |