न्यूज नालंदा – आईजी विकास वैभव पहुंचे बिहारशरीफ, युवाओं से कहा अपनी क्षमता पहचान लक्ष्य निर्धारण कर बढ़ें आगे ….
राजा – 7903735887
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका को लेकर आईजी विकास वैभव द्वारा संचालित लेट्स इंस्पायर बिहार के नालंदा चैप्टर द्वारा बिहारशरीफ के टाउन हॉल में युवा संवाद सह नालंदा प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए श्री वैभव ने कहा कि मेरे जीवन में नालंदा ने परिवर्तन किया है । बचपन में एक बार जब हम नालंदा खंडहर घूमने आए थे तो यहां की दीवारों को जब देखा तो लगा कि किस तरह नालंदा पूरे विश्व को ज्ञान दिया है । शिक्षा के साथ साथ सत्य अहिंसा का ज्ञान भी भगवान महावीर और गौतम बुद्ध ने इस पावन धरती से दिया है । हमें अपने पूर्वजों को भूलना नहीं चाहिए पूर्वजों को याद रखने वाला इंसान ही आगे बढ़ता है । पूर्वजों मतलब हमारे माता पिता या दादा दादी नहीं बल्कि वो हमारी सभ्यता सांस्कृतिक से है ।
प्राचीन सभ्यता सांस्कृतिक को सहेजना और उसे साभार कर रखना तभी आप आगे तरक्की कर सकते है। बिहार पूर्व से अनोखी परंपरा रही है । दूर सोचने वाला ही विकास करता है । पास सोचने वाले । दूर की सोच रखिए लक्ष्य का निर्धारण कर आगे बढ़िया तरक्की आपको जरूर मिलेगा। इस मौके पर उन्होंने अपने देश के पौराणिक ऐतिहासिक घटनाकर्मो की चर्चा करते हुए राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागेदारी को लेकर कहा कि देश और राज्य की तररकी में युवाओं का सबसे बड़ा हाथ होता है । चिंतन और मनन करने से ही हम आगे बढ़ सकते है। आज के युवा पीढ़ी कि बात करें तो उनमें सम्मान देने में कमी आ रही है । आप जब तक हर छोटे बड़े व्यक्ति को सम्मान दीजिएगा तभी आपको भी सम्मान मिलेगा । नालंदा ज्ञान और शौर्य की धरती रही है । तो आज मैं ज्ञान और शौर्य की धरती से युवाओं को संदेश देना चाहता हूं कि आप नदी की धारा की तरह गतिमान रहिए। जब तक नदी गतिमान रहता है तब तक शुद्ध है जब रोक दिया जाता है तो गंदी हो जाती है । आप भी जीवन को गतिशील रखें जो पूर्ण है पूर्ण ही रहेगा और एक दिन पूर्ण में ही विलीन हो जाएगा । हर व्यक्ति में एक असीम क्षमता होती है । तभी हमने कई शौर्य का काम किया है । मौके पर जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने करीब 40 लोगों ने उन्होनें सम्मानित किया । मौके पर नालंदा चैप्टर के प्रभारी आयोजक रघुवंश कुमार के अलावे कई लोग मौजूद थे ।