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देश का पहला पेपरलेस बजट सोमवार को पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे मेड इन इंडिया टैबलेट से पढ़ा। सांसदों को भी बजट उनके मोबाइल पर मिला। आप भी पढ़ना चाहें तो यूनियन बजट ऐप से बजट को पढ़ सकते हैं। मोदी सरकार में इससे पहले भी कई चीजें पहली बार हुई हैं। सत्ताधारी दल के नेता बजट आम आदमी का बता रहे हैं। जबकि, विपक्षी पार्टी नेता इसे आम आदमी और किसान विरोधी बता रहे हैं।
ये सामान हुए सस्ते
चमड़े के उत्पाद सस्ते- ड्राई क्लीनिंग सस्ती- लोहे के उत्पाद सस्ते- पेंट सस्ता- स्टील के बर्तन सस्ते- इंश्योरेंस सस्ता- बिजली सस्ती- जूता सस्ता- नायलॉन सस्ता- सोना-चांदी सस्ता- पॉलिस्टर सस्ता- तांबे का सामान सस्ता- कृषि उपकरण सस्ते
ये सामान हुई महंगी
मोबाइल और चार्जर महंगा- तांबे का सामान महंगा- सूती कपड़े महंगे- इलेक्ट्रॉनिक सामान महंगा- कॉटन के कपड़े महंगे- रत्न महंगे- लेदर के जूते महंगे- सोलर इन्वर्टर महंगा- सेब महंगा- काबुली चना महंगा- यूरिया महंगा- डीएपी खाद महंगी- चना दाल महंगी- पेट्रोल-डीजल महंगा- शराब महंगी (शराब पर 100 प्रतिशत सेस लगेगा)- ऑटो पार्ट्स महंगे
पहली बार बजट का मोबाइल ऐप
बजट के लिए यूनियन बजट नाम का मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। वित्त मंत्रालय ने 6 जनवरी को ये ऐप लॉन्च किया। इस ऐप पर वित्त मंत्री के भाषण के बाद बजट से जुड़े 14 डॉक्यूमेंट सांसदों और आम लोगों के लिए मौजूद हैं।