न्यूज नालंदा – निगम के ठेले से शव ढोने में जनप्रतिनिधि पर वसूली का आरोप , डीएम का जाँच आदेश …
राज – 7903735887
सोशल मीडिया पर रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें पीपीई किट पहनकर दो लोग कचरा ढोने वाले निगम के ठेले पर एक शव को चादर में लपेट कर श्मशान घाट ले जा रहे थे। जलालपुर मोहल्ला में 13 मई को कोरोना के संदिग्ध मरीज मनोज कुमार की मौत हो गई थी। उसी का वीडियो वायरल किया गया। यही नहीं, रविवार को जाललपुर सेवा समिति के सदस्यों ने डीएम को आवेदन देकर कोरोना से मौत के बाद शव के दाह संस्कार के लिए 16500 रुपया लेने का आरोप स्थानीय वार्ड पार्षद पर लगाया। आवेदन पर दर्जनों लोगों का हस्ताक्षर था।
वायरल वीडियो में निगम के ठेले पर दो व्यक्ति पीपीई किट पहन शव को ले जाते दिख रहे हैं । मगर शव को पीपीई किट या कफ़न के जगह चादर से ढक कर ले जा रहे हैं । वीडियो 13 मई का बताया जा रहा है । वीडियो जारी करने वाले युवक ने बताया कि पिछले 13 मई को सोहसराय थाना इलाके के जलालपुर मोहल्ले में किराए के मकान पर रह रहे एक युवक मनोज कुमार उर्फ गुड्डू की मौत कोरोना के कारण हो गया । मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार के लिए इस तरह ले जाया गया था । जो अमानवीय है | वही वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को जलालपुर सेवा समिति के कृष्ण प्रसाद, सुनील कुमार, राजेन्द्र तांती, राजकपूर गुप्ता, संजय कुमार, पिंटू कुमार, रविकांत गुप्ता समेत दर्जनों लोगों ने डीएम को आवेदन दिया है।
आवेदन के अनुसार मौत की सूचना पाकर वार्ड संख्या आठ के पार्षद सुशील कुमार मिट्ठू वहां पहुंचे। उस समय दर्जनों लोग वहां मौजूद थे। वार्ड पार्षद ने बताया कि निगम में एक कमेटी का गठन हुआ है। इसमें निर्णय लिया गया है कि निगम दाह-संस्कार के लिए 22 हजार रुपये लेगा। मोहल्ले के लोगों के आग्रह पर वार्ड पार्षद ने यह राशि घटाकर 16 हजार 500 रुपये कर दी। मृतक के मामा चंडी निवासी रामावतार प्रसाद ने रुपये दिये, तब जाकर निगम के लोगों ने दाह-संस्कार किया। हालांकि, वार्ड पार्षद रुपये लेने के आरोप से साफ इनकार कर रहे हैं।
क्या बोले डीएम :-
डीएम योगेन्द्र सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल का कहना है कि नगर निगम के ठेले का इस्तेमाल किसके आदेश पर किया गया, इस बात की जांच की जाएगी। संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।