राज – 9334160742
एसआईटी ने राजगीर के नईपोखर में हुई बहुचर्चित व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा कर लिया। टीम ने तीन चचेरे भाइयों संग पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। सोमवार की रात बदमाशों ने व्यवसायी नीरज कुमार सिंह की गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी थी। अगले दिन गांव के समीप कुआं से लाश मिलने पर वारदात का खुलासा हुआ। जिसके बाद आरोपित चचेरे भाइयों ने आंसू बहाते हुए खूब हंगामा किया था। संपत्ति हड़पने की मंशा से वारदात को अंजाम दिया गया।
एसपी भारत सोनी ने बताया कि मृतक संयुक्त परिवार का मुखिया था। अगले महीने उनकी शादी होने वाली थी। शादी खर्च के लिए उसने 75 लाख में जमीन बेची थी। जिसमें वह गोतिया को एक रुपया भी नहीं दिया। वहीं, चचेरे भाई पहले से नीरज के हिस्से की संपत्ति हड़पने की मंशा पाले थे। रुपया में हिस्सा नहीं मिलने से उनका आक्रोश तेज हो गया। जिसके बाद उनलोगों ने वारदात की योजना बनाई।
केशव ने फोन कर नीरज को घर से सड़क पर बुलाया और उसी ने गोली मारी। हत्या के बाद शव को समीप के कुआं में फेंक दिया था। किसी को शक न हो इस कारण तीनों चचेरे भाइयों ने आंसू बहाते हुए खूब हंगामा किया था।
कौन-कौन धराया :
मृतक का चचेरा भाई केशव कुमार, हर्षित कुमार, हरिओम कुमार और तीनों का दोस्त सौरव कुमार उर्फ मामू और केशव कुमार उर्फ बौना शामिल हैं।
स्पीडी ट्रायल से मिलेगी सजा :
वरीय अधिकारी ने बताा कि आरोपितों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। घटना में इस्तेमाल पिस्टल, कारतूस व अन्य साक्ष्य बरामद कर लिया गया। मृतक का मोबाइल उसी कुआं से मिला जिससे लाश मिली थी।
छापेमारी टीम में शामिल अधिकारी :
डीएसपी सुनील कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय कुमार, केस के आईओ गिरियक इंस्पेक्टर मनीष भरद्वाज, डीआइयू प्रभारी आलोक कुमार, थानाध्यक्ष रमण कुमार, सिलाव थानाध्यक्ष इरफान खान, कतरीसराय थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी, छबिलापुर थानाध्यक्ष मुरली मनोहर आजाद, नालंदा थानाध्यक्ष निशि कुमार, गिरियक दीपक कुमार और अपर थानाध्यक्ष राजगीर संजीव कुमार सिंह शामिल थे।

