न्यूज नालंदा – आखिर जल्द क्यों नहीं मिटता मतदान के बाद अंगुली पर लगा निशान ? , जानें कारण …..
सूरज – 7903735887
आपने भी वोटिंग के दौरान नोटिस किया होगा कि अंगुली पर निशान लगाते हैं ताकि कोई दोबारा वोट न डाल सके ऐसे में वोटर्स के मन मे यह उत्सुकता रहती है कि क्या इस निशान को मिटाया जा सकता है | कब तक यह निशान रहेगा | चुनावी स्याही का सफर कहां से शुरू हुआ और यह कहां बनती है | इन सभी सवालों के जवाब हम आपको देते हैं |
इसलिए इस्तेमाल होती है स्याही
चुनावी स्याही के जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी मतदाता इलेक्शन में दो बार वोट न करे और इसलिए धोखाधड़ी और कई बार वोटिंग से बचने में इस स्याही की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है | चुनाव आयोग ने केंद्रीय कानून मंत्रालय, राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला और राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) के सहयोग से चुनावों के लिए इस स्याही की आपूर्ति के लिए इस कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हुए हैं|
इतने सेकंड में स्याही कर देती है अपना काम
शुरुआत में केवल संसदीय और विधान सभा चुनावों के लिए स्याही की आपूर्ति की लेकिन बाद के वर्षों में नगर निकायों और सहकारी समितियों को भी चुनावों के लिए स्याही प्रदान करना शुरू कर दिया | MPVL के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाली यह स्याही 40 सेकंड से भी कम समय में पूरी तरह से सूख जाती है | हालांकि, अगर स्याही एक सेकंड के लिए भी त्वचा पर रही है, तो यह अपना प्रभाव छोड़ देगी|
उंगली से क्यों नहीं मिटती वोट वाली स्याही
गौरतलब है कि इस स्याही को बनाने में सिल्वर नाइट्रेट केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है | इसी वजह से एक बार त्वचा के किसी भी हिस्से पर लगने के बाद इसे कम से कम 72 घंटे तक त्वचा से हटाया नहीं जा सकता | सिल्वर नाइट्रेट रसायन का प्रयोग किया जाता है और पानी के संपर्क में आने पर यह काला हो जाता है और लंबे समय तक रहता है | जब आप वोट करने जाते हैं, तो इसे आपकी उंगली पर डाल दिया जाता है | सिल्वर नाइट्रेट हमारे शरीर में मौजूद नमक के साथ मिलकर सिल्वर क्लोराइड बनाता है. सिल्वर क्लोराइड पानी में नहीं घुलता और त्वचा से जुड़ा रहता है | इसे साबुन से नहीं धोया जा सकता | एक बार लगाने के बाद यह तब निकलकर आता है जब स्कीन की कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं और वे निकलने लगती हैं |