November 15, 2024

न्यूज नालंदा – मील का पत्थर: 596 महिला दारोगा समेत 1582 ने लिया शपथ, सीएम ने कहा…

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राज – 7903735887 

बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर में गुरुवार को 1582 प्रशिक्षु दारोगा ने शपथ लिया। जिसमें 596 महिला पदाधिकारी शामिल थीं। इसके साथ ही अब सूबे में महिला दारोगा की संख्या 933 हो गई। जो अन्य दूसरे राज्य से ज्यादा है। पुलिस में महिलाओं की बढ़ती संख्या महिला सशक्तिकरण को गति दे रहा है। दीक्षांत परेड समारोह में शामिल होने आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदी में प्रशिक्षु दोरागा ने शपथ लिया। सीएम ने कहा कि बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर ने जो इतिहास रचा है वह यादगार रहेगा।

मिली है बड़ी जिम्मेवारी

उन्होनें कहा कि मैं सबसे पहले ट्रेनिंग पूरी करने वाले पुलिस अवर निरीक्षकों को बधाई देता हूं। आज इतने बड़े पैमाने पर यह कार्यक्रम हो रहा है, मुझे बहुत खुशी है। कार्यक्रम के बारे में सारी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड जब अलग हो गये तो यहां पुलिस के लिए कोई ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट नहीं था। जब हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो यहां बिहार पुलिस एकेडमी का निर्माण करने का निर्णय लिया गया और जब इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ तब से कई बार हम इसको देखने आ चुके हैं। इस एकेडमी में प्रशिक्षण का काम शुरू हो गया है। यहां दो हजार पुरुष और दो हजार महिलाओं के प्रशिक्षण का कार्य किया जाने वाला है। आज 2018 बैच के पुलिस अवर निरीक्षकों के दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया है। परेड समारोह में कुल 1,582 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक, जिनमें 596 महिला पुलिस पदाधिकारी प्रशिक्षित हुई हैं, यह जानकर मुझे काफी प्रसन्नता हो रही है। हमने प्रारम्भ से ही महिलाओं के विकास के लिए काम करना शुरू किया, जिसका नतीजा है कि महिलाओं का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से हमने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया। इसके बाद महिलाओं एवं बालिकाओं के विकास एवं उनकी शिक्षा के लिए कई निर्णय लिए गए। पुलिस बहाली एवं सभी सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया ताकि विकास कार्यों में महिलाओं की भूमिका और भागीदारी बढ़ाई जा सके। आज बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी राज्य में इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं पुलिस बल में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में यह काम होता तो कितना विज्ञापन छपता लेकिन हमारा विश्वास विज्ञापन छपवाने में नहीं बल्कि काम करने में है।

ज्ञात हो कि बिहार पुलिस में अभी 337 महिला सब इंस्पेक्टर तैनात हैं। इस दीक्षांत परेड के बाद बिहार में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर एक साथ 596 अतिरिक्त महिला सब इंस्पेक्टर की तैनाती होगी। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण कई प्रकार की बाधाएं आई बावजूद इसके बिहार पुलिस एकेडमी में प्रशिक्षण का काम पूरा हुआ है। आज के इस कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित किया गया। इस बात के लिए मुझे काफी प्रसन्नता है। उन्होंने कहा कि सभी प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों को यह मालूम होना चाहिए कि पुलिस की जिम्मेवारी बहुत बड़ी है। बिहार में हर सूरत-ए-हाल में कानून का राज कायम रखना है। सभी थानों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों को कानून व्यवस्था कायम रखने एवं अनुसंधान कार्य के लिए दो समूह बनाकर उन्हें जिम्मेवारी सौंपी गई है। हर थाने में पदस्थापित महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए अलग से इंतजाम किये गये हैं। यह काम अब लगभग पूरा होने वाला है। उन्होंने कहा कि पहले थानों के भवनों का क्या हाल था, पुलिस को काफी परेशानी रही थी। नये थाना भवनों का निर्माण किया गया। थानों में कई तरह की सुविधायें दी पुलिस बल की संख्या बढ़ाने के लिए निरंतर काम किये जा रहे हैं। पहले थानों में पुलि पास वाहन नहीं थे। हमलोगों ने सभी थानों को दो वाहन मुहैया कराने के पुलिसकर्मियों को बेहतर हथियार और उन्हें पोशाक उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चि.. की आबादी के अनुरूप पुलिसकर्मियों की तैनाती के लिए काम किया जा रहा है ताकि समाज में बेहतर माहौल और शान्ति व्यवस्था बनी रहे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की प्रवृत्ति

गड़बड़ करने की रहती है। ऐसे लोगों पर उपयुक्त कार्रवाई की जाती है। समाज मे शांति, प्रेम, भाईचारा कायम रहे इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। गड़बड़ी करने वालों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2015 में महिलाओं की मांग पर शराबबंदी का निर्णय लिया गया और 1 अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू की गयी। महिला प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों से विशेष तौर पर आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी है इसलिए सभी गड़बड़ करने वालों पर पैनी नजर रखते हुए उपयुक्त कार्रवाई करनी है। यही आपका दायित्व है। दुनिया के कई देशों की रिसर्च में यह बात सामने आई है कि शराब के सेवन से अनेक प्रकार की बीमारियां होती हैं। यह बात लोगों को समझानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित सभी लोगों को हम याद दिलाना चाहते हैं कि बिहार में जब शराबबंदी लागू हुई थी, उस वक्त शुरू के तीन महीनों में जिस प्रकार से आपलोगों ने नियंत्रण रखा था, आगे भी उसी प्रकार नियंत्रण रखना है। गड़बड़ करने वालों पर निरंतर निगरानी रखने के साथ-साथ उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। आप सबों का प्रशिक्षण हो गया है इसलिए आप सभी अपने दायित्वों और जिम्मेवारियों को ठीक ढंग से निभाईयेगा। आपकी हर जरूरतों को हम पूरा करने का प्रयास करते हैं। कभी न हमने किसी को फंसाने की कोशिश की है और न किसी को बचाने की कोशिश की है। गलत करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने का काम पुलिस का है, जो उचित हो वही कीजिए। पुलिस का जो संवैधानिक दायित्व है वह करे। हमलोगों का एक-एक चीज पर ध्यान है। थानों का निर्माण ठीक ढंग से कराया जा रहा है। बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर और पटना में पुलिस मुख्यालय कितने अच्छे ढंग से बने हैं। पुलिस को हर प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। सरदार पटेल भवन (पुलिस मुख्यालय) का निर्माण इस ढंग से कराया गया है कि 9 रिक्टर स्केल तक के भूकम्प आने पर भी वह पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। आपदा और आपातकालीन स्थिति में वहां 7 दिनों तक हर जरूरत की चीजें उपलब्ध रहेंगी ताकि हर प्रकार की स्थिति से निपटा जा सके और चीजों को नियंत्रित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर कोरोना की जांच हो रही है, टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोना के पहले फेज के बाद अब दूसरा फेज भी बीत गया लेकिन अब तीसरे फेज के लिए सतर्क रहना है, खुद भी सतर्क रहना है और लोगों को भी सचेत करना है। हम सभी से आग्रह करेंगे कि सभी को प्रेरित कीजिए कि वे लोग मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और निरंतर हाथ साफ करते रहें। कोरोना का प्रभाव देश में अभी भी ज्यादा है लेकिन बिहार में कम है इसलिए कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करें। हमने हर जगह देखा है कि पुलिस वाले लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हैं। बाढ़ को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गयी है उसके तहत बाढ़ प्रभावित लोगों की भी कोरोना जांच की जा रही है और उनका टीकाकरण भी किया जा रहा है। कोरोना के कारण जो प्रतिबंधित जगह थीं, आज से सभी स्थानों को लोगों के आवागमन हेतु खोल दिया गया है। सभी जिलों के जिलाधिकारी को पूरी जिम्मेवारी दी गयी है कि कहीं भी कोरोना संक्रमण का मामला आए तो तत्काल उस इलाके की घेराबंदी कराएं। हम सभी को सतर्क और सचेत रहना है तभी समाज सुरक्षित रहेगा। 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में हम दर्जनों जगह पर देखने गए लेकिन कहीं भी एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं मिला। मुझे यह जानकर काफी खुशी हुई। पहले फेज की तुलना में ज्यादा जांच कराई जा रही है। प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि आप सबों की अलग-अलग जगहों पर पोस्टिंग होने वाली है। आप सभी को बहुत ही अच्छे ढंग से ट्रेंड किया गया है। आप सभी अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करते हुए समाज मे शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। अपने परिवार, समाज और राज्य को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएं।

दीक्षांत परेड समारोह के पश्चात मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस एकेडमी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सिपाहियों (महिला एवं पुरुष) के प्रशिक्षण भवनों के निर्माण कार्य को यथाशीघ्र शुरू कराने का निर्देश दिया ।

दीक्षांत परेड समारोह को पुलिस महानिदेशक श्री एस०के० सिंघल एवं बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर के निदेशक श्रीभृगु श्रीनिवासन ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर राजगीर के विधायक कौशल किशोर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पुलिस महानिदेशक विशेष सशस्त्र पुलिस आर०एस० भट्टी, आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) बच्चू सिंह मीणा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, अपर पुलिस महानिदेशकगण, पुलिस महानिरीक्षकगण, पुलिस उप महानिरीक्षकगण, नालंदा के जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह, नालंदा के पुलिस अधीक्षक  हरि प्रसाथ एस० सहित अन्य पुलिस पदाधिकारीगण, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक तथा उनके परिजन उपस्थित थे ।

दिखाया करतब

इस मौके बाइक राइडिंग समेत अन्य तरह के कौशल का प्रदर्शन किया गया। साथ ही मौके पर बेहतर परेड और कार्य करने वाले सब इंस्पेक्टर को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया । पास आउट होने वाले सब इंस्पेक्टरों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी अपने परिजनों के साथ कोई सेल्फी लेती दिखी तो कोई गले लगते दिखे। प्रशिक्षु दारोग ने कहा कि वे एकेडमी में बिताए पल को कभी भूल नहीं सकते हैं।

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